पाकिस्तान की संसद मे इमरान ख़ान को शांति के लिए नोबेल पुरस्कार देने का प्रस्ताव रखा गया है क्योंकि उन्होने भारतीय पायलेट अभिनंदन को रिहा कर के शांति की एक नयी मिसाल कायम की है | लेकिन क्या वाकई मे इमरान ख़ान इस पुरस्कार के काबिल है? हमारा ये सवाल इसलिए है क्योंकि अगर सच मे पाकिस्तान के प्रधान मंत्री इमरान ख़ान को शांति चाहिए होती तो भारतीय सीमा पर इस तरह जमकर गोलाबारी नही होती |
हम आपको बता दें की जब से पाकिस्तान ने अभिनंदन को रिहा किया है तब से ले कर अब तक भारत के 4 CRPF जवान शहीद हो चुके हैं और पुंछ जिले में एक ही परिवार के 3 सदस्यों की मौत हो गई जबकि दो अन्य घायल हो गए | पाकिस्तानी सैनिकों ने मोर्टार के गोले तथा भारी गन से आम नागरिकों के इलाकों को निशाना बनाया |
हमारी भारतीय सेना द्वारा भी पाकिस्तान को मुँह तोड़ जवाब दिया जा रहा है|