जनचेतना यात्रा के भाजपा शासित राज्य में प्रवेश करते ही हेलीकॉप्टर से पुष्पवर्षा की गई।
वापी में एक जनसभा को संबोधित करते हुए आडवाणी ने प्रधानमंत्री पर निशाना साधते हुए कहा, “मैं यह बात पहले कह चुका हूं और यहां भी कह रहा हूं कि जब वह प्रधाममंत्री नहीं थे तब मैं उन्हें सम्मान देता था..काबिल मानता था। लेकिन 2008 में विश्वास मत हासिल करने के लिए उन्होंने धोखाधड़ी को प्रश्रय दिया। उन्होंने हमारे तीन सांसदों को रिश्वत दिलाने का प्रयास किया।”
गौरतलब है कि आडवाणी लोकसभा में गुजरात के गांधीनगर का प्रतिनिधित्व करते हैं।
उन्होंने कहा, “मुझे नहीं लगता कि उस घटना के बाद कोई उन्हें माफ कर सकता है।”
उन्होंने राज्य के लोगों की उद्यमिता की प्रशंसा करते हुए कहा, “विकास इनके स्वभाव में है, ऐसा देश के अन्य क्षेत्रों में दिखाई नहीं देता।”
आडवाणी ने कहा कि बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार हमेशा गुजरात के विकास की प्रशंसा करते हैं।
मोदी ने भी देश में भ्रष्टाचार के लिए कांग्रेस को जिम्मेदार ठहराया।
उन्होंने कहा, “जहां कहीं भ्रष्टाचार की बात की जाती है तो वह हमेशा कांग्रेस के खिलाफ होती है। दोनों एक-दूसरे के पर्याय हो गए हैं। राजीव गांधी (पूर्व प्रधानमंत्री) भले ही भारी बहुमत से जीते लेकिन एक बोफोर्स कांड ने सत्ता से बेदखल कर दिया।”
उन्होंने कहा, “लेकिन, गुजरात भ्रष्टाचार को बर्दाश्त नहीं करेगा, देश भी नहीं। गुजरात भ्रष्टाचार के खिलाफ आवाज उठाने वाला पहला राज्य है और वह समय राज्य में कांग्रेस के चिमनभाई पटेल का शासनकाल था।”
जनसभा के दौरान आडवाणी मंच के बीच में रखी दो बड़ी कुर्सियों में से एक पर बैठे। दूसरी कुर्सी पर राज्य पार्टी इकाई के प्रमुख आर.सी. फल्दू बैठे और मोदी अलग रखे एक सोफा पर बैठे।