भुवनेश्वर ।। भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के वरिष्ठ नेता लालकृष्ण आडवाणी ने सोमवार को कहा कि केंद्र सरकार में अव्यवस्था की स्थिति है। सरकार में नम्बर एक और नम्बर दो पर कौन है, इस पर भी प्रश्नचिन्ह है?
सम्बलपुर में संवाददाताओं से बातचीत में आडवाणी ने कहा, “सरकार में अव्यवस्था की स्थिति है। हर रोज एक नया आदेश या निर्णय आता है जिससे अव्यवस्था बढ़ती है।”
प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह द्वारा अपनी अनुपस्थिति में सरकार के जरूरी कामकाज निपटाने के लिए की गई व्यवस्था सम्बंधी एक रिपोर्ट का जिक्र करते हुए आडवाणी ने कहा कि यह कदम सरकार के कामकाज में अराजकता एवं अव्यवस्था की स्थिति दर्शाता है।
उन्होंने कहा, “लोकसभा में सदन के नेता व केंद्रीय वित्त मंत्री प्रणब मुखर्जी और केंद्रीय गृह मंत्री पी. चिदम्बरम समानांतर रखे गए।”
आडवाणी के अनुसार, “जब से संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन (संप्रग) सरकार बनी है, इस बात पर प्रश्नचिन्ह है कि नम्बर एक कौन है- प्रधानमंत्री या कांग्रेस अध्यक्ष। अब नम्बर दो पर भी प्रश्नचिन्ह लग गया है।”
उन्होंने कहा कि क्या चिदम्बरम को लोकसभा के नेता के दर्जे के बराबर समानांतर औपचारिक पदोन्नति देना 2जी घोटाले में द्रविड़ मुनेत्र कड़गम (डीएमके) के नेताओं द्वारा उनके खिलाफ लगाए गए आरोपों की जांच से बचने का हताशाभरा प्रयास तो नहीं।
जन चेतना यात्रा के दौरान सम्बलपुर पहुंचे आडवाणी ने वर्ष 2014 में होने वाले आम चुनाव में ओडिशा में बीजू जनता दल (बीजद) के साथ एक बार फिर गठबंधन की सम्भावना से भी इंकार नहीं किया। दोनों दलों में गठबंधन 2009 में ही समाप्त हो चुका है।
उन्होंने कहा, “मैं कुछ भी खारिज नहीं कर रहा हूं। दोनों के बीच सम्बंध तनावपूर्ण हो गए हैं.. इसलिए स्वाभाविक रूप से पार्टी की प्रदेश इकाई के विचारों को ध्यान में रखा जाएगा।”