उमर ने सालाना दरबार परिवर्तन के मौके पर संवाददाताओं से बातचीत में कहा, “जम्मू एवं कश्मीर के कुछ हिस्सों से एएफएसपीए हटाने की जरूरत है। आज शाम को मैं और उपमुख्यमंत्री सेना को यही संदेश देने वाले हैं।”
उन्होंने कहा कि 2011 की गर्मियों के दौरान रही शांति का लाभ जनता को मिलना चाहिए। उमर ने कहा कि इस मामले पर सरकार के पास अपना नजरिया, कुछ जानकारियां हैं, जिन्हें सेना के साथ साझा किया जाएगा।
दूसरी ओर सेना एएफएसपीए को आंशिक तौर पर भी हटाए जाने के खिलाफ है।
एकीकृत कमान की बुधवार शाम को होने वाली बैठक में एएफएसपीए को हटाने पर चर्चा हो सकती है।