नई दिल्ली ।। विपक्षी सांसदों ने केंद्रीय गृह मंत्री पी. चिदम्बरम को लोकसभा में बोलने से रोकने के लिए उनके खिलाफ जम कर हंगामा किया। विपक्ष का यह कदम 2जी स्पेक्ट्रम आवंटन मामले में कथित संलिप्तता के लिए पूर्व वित्त मंत्री चिदम्बरम का संसद में बहिष्कार करने के निर्णय का हिस्सा था।
चिदम्बरम ने कांग्रेस की मीनाक्षी नटराजन द्वारा मानव तस्करी पर पूछे गए प्रश्न का जैसे ही जवाब देना शुरू किया, भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के नेतृत्व में विपक्षी सांसद अपनी सीटों से खड़े हो गए और उनके खिलाफ नारेबाजी करने लगे।
चिदम्बरम जब भी मानव तस्करी और राष्ट्रीय खुफिया ग्रिड तथा राष्ट्रीय आतंकवाद निवारक केंद्र की स्थापना की मौजूदा स्थिति जैसे मुद्दों पर प्रश्नों के जवाब देने के लिए उठे, विपक्षी सांसदों ने शोरशराबा किया और नारेबाजी की।
लेकिन चिदम्बरम ने इन स्थितियों की परवाह किए बगैर अपना जवाब जारी रखा। यह अलग बात है कि शोरशराबे के कारण उन्हें सुन पाना कठिन था।
भाजपा नेतृत्व वाले राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) के सदस्यों ने 22 नवम्बर को शुरू हुए संसद सत्र के प्रारम्भ में ही चिदम्बर का बहिष्कार करने का निर्णय किया था।