नई दिल्ली ।। भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने केंद्रीय गृह मंत्री पी. चिदम्बरम के खिलाफ मंगलवार को लोकसभा में विशेषाधिकार हनन प्रस्ताव पेश किया। पार्टी का आरोप है कि अपने एक पूर्व मुवक्किल की मदद के लिए अपने पद के कथित दुरुपयोग के विवाद में चिदम्बरम मीडिया के सामने बयान देकर संसद का अपमान कर रहे हैं।
भाजपा के वरिष्ठ नेता लालकृष्ण आडवाणी की अध्यक्षता में पार्टी की संसदीय बोर्ड की बैठक के बाद यशवंत सिन्हा ने लोकसभा अध्यक्ष मीरा कुमार को नोटिस सौंपा। उन्होंने प्रश्नकाल के दौरान लोकसभा अध्यक्ष को इसकी याद दिलाई और इस पर अपनी बात रखने की अनुमति मांगी, लेकिन मीरा कुमार ने उन्हें इसकी अनुमति नहीं दी और कहा कि नोटिस उनके पास विचाराधीन है।
उन्होंने भाजपा नेता से कहा, “आपने बोलने के लिए नोटिस नहीं दिया है। आप वरिष्ठ सदस्य हैं। आपको नियमों की जानकारी होनी चाहिए। कृपया बैठ जाइये।”
भाजपा के एक सदस्य एस. एस. अहलूवालिया ने संवाददाताओं से कहा कि नोटिस केंद्रीय गृह मंत्री द्वारा संसद के प्रति दिखाए जा रहे ‘अनादर भाव’ से सम्बंधित है। वह बाहर बयान दे रहे हैं, जबकि संसद का सत्र चल रहा है।
अहलूवालिया ने कहा, “चिदम्बरम ने इस मुद्दे पर बाहर बात की, जबकि संसद का सत्र चल रहा है। संसद में बयान देने की बजाय उन्होंने मीडिया में बयान देना तय किया। यह संसद का अपमान है। यशवंत सिन्हा ने उनके खिलाफ विशेषाधिकार का नोटिस लाया है।”
उल्लेखनीय है कि चिदम्बरम ने पिछले सप्ताह इस सम्बंध में विपक्ष के आरोपों को खारिज करते हुए कहा था कि वह इन सबसे बहुत आहत हैं।