Home देश “माया-मुलायम ‘बड़े लोग’ हैं, गरीबों का दर्द नहीं समझ सकते”

“माया-मुलायम ‘बड़े लोग’ हैं, गरीबों का दर्द नहीं समझ सकते”

लखनऊ ।। कांग्रेस महासचिव राहुल गांधी ने उत्तर प्रदेश की मुख्यमंत्री एवं बहुजन समाज पार्टी (बसपा) प्रमुख मायावती और समाजवादी पार्टी (सपा) प्रमुख मुलायम सिंह यादव पर जनता के प्रति असंवेदनशील होने का आरोप लगाते हुए कहा कि अब वे हेलीकॉप्टर में सफर करने वाले बड़े नेता हो गए हैं और अब उनमें वह गुस्सा नहीं रहा। 

बहराइच के नानपारा कस्बे में एक जनसभा को सम्बोधित करते हुए राहुल ने बुधवार को कहा, “एक समय होता था जब मायावती और मुलायम आप के घर जाते थे। जमीनी काम करते थे। लेकिन अब वह समय बीत गया। अब वे लोग बड़े नेता हो गए हैं और हेलीकॉप्टर में सफर करते हैं। उनमें वह गुस्सा नहीं रहा।”

राहुल ने कहा, “अगर मायावती में गुस्सा होता, तो किसानों से जमीनें छीनकर बिल्डरों को नहीं दी जाती। बगैर चिकित्सकों और नर्सो के चल रहे अस्पतालों को देखकर उनके दिल से आवाज क्यों नहीं आती कि यह क्या हो रहा है? यही बात आजकल मुलायम सिंह के साथ भी है। उनमें गुस्सा खत्म हो गया। वह आपके बीच नहीं जाते। एक प्रकार से गांवों में जाना मैंने मुलायम सिंह से ही सीखा है।”

राहुल ने कहा कि जब तक नेता गरीबों के घर जाकर उनके घर का खाना नहीं खाएंगे तब तक उन्हें गरीबी और विकास के बारे में पता नहीं चल पाएगा।

मुलायम सिंह पर निशाना साधते हुए राहुल ने कहा कि सपा प्रमुख अल्पसंख्यकों की बात करते हैं, लेकिन पिछले चुनाव में सत्ता के लिए उन्होंने कल्याण सिंह को गले लगा लिया था।

महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी अधिनियम (मनरेगा) पर मुख्यमंत्री मायावती से जारी तकरार पर राहुल ने कहा, “मायावती ने कल शाम को मेरी बात को गलत करार देते कहा कि उन्होंने ऐसी बात कभी नहीं कही कि मनरेगा से लोगों को फायदा नहीं होगा..मैं उन्हें याद दिलाता हूं कि उन्होंने कब यह बात कही। अक्टूबर 2007 को लखनऊ में रैली के दौरान मायावती ने कहा कि मनरेगा से लोगों को फायदा नहीं होगा। उन्होंने मनरेगा के खिलाफ विज्ञापन अभियान चलाया था। यह अखबारों से पता किया जा सकता है।”

मायावती सरकार पर विकास योजनाओं के लिए केंद्र द्वारा भेजे गए धन के दुरुपयोग का आरोप लगाते हुए राहुल ने कहा कि विकास योजनाओं के लिए भेजा गया गरीबों का पैसा बसपा मंत्रियों और ठेकेदारों की जेब में चला गया।

उन्होंने कहा, “प्रदेश में स्वास्थ्य योजना में हुई गड़बड़ियों की जांच केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) कर रही है। मायावती सरकार के एक पूर्व मंत्री बाबू सिंह कुशवाहा आजकल दिल्ली के चक्कर काट रहे हैं। कह रहे हैं कि मुझे जान का खतरा है। उन्हें किससे और क्यों जान का खतरा है.?”

हरियाणा सरकार की भूमि अधिग्रहण नीति की तारीफ करते हुए राहुल ने कहा, “उत्तर प्रदेश की सरकार किसानों को हरियाणा सरकार के बराबर पैसा क्यों नहीं दे सकती..क्योंकि मायावती सरकार बिल्डरों से पैसा लेकर आपकी जमीन उनको देती है।”

कांग्रेस महासिचव ने पूछा जब नोएडा और भट्टा पारसौल में मायावती सरकार ने किसानों की जमीन छीनी तब सपा के लोग उस समय कहां थे? 

उन्होंने कहा “कांग्रेस पार्टी वहां गई..हम भूमि अधिग्रहण विधेयक लाए, लेकिन अब विरोधी दल उसमें अड़ंगा डाल रहे हैं। वह नहीं चाहते हैं कि आप लोगों का फायदा हो।”

उन्होंने कहा, “हम उत्तर प्रदेश को बदलना चाहते हैं। इसीलिये गुस्सा आता है कि बाकी हिंदुस्तान विकास कर रहा और उत्तर प्रदेश पिछड़ रहा है। हम प्रदेश को विकास के रास्ते पर लाना चाहते हैं।”

मायावती सरकार पर उत्तर प्रदेश के विकास के लिए गम्भीर न होने का आरोप लगाते हुए राहुल ने कहा, “एक समय उत्तर प्रदेश के लोग देश को रास्ता दिखाते थे। लेकिन आज नहीं दिखा रहे हैं। आज आप लोग दिल्ली, महाराष्ट्र, हरियाणा और पंजाब जाकर काम करते हो..उन प्रदेशों को आगे बढ़ा रहे हो और आपका प्रदेश पिछड़ा पड़ा है। आपको इसे बदलना है। कौन बदलेगा इसे..राज्य के युवा बदलेंगे इसे।”

उधर राहुल की जनसभा से पहले कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने वरिष्ठ नेता एवं केंद्रीय मंत्री बेनी प्रसाद वर्मा पर उनकी उपेक्षा करने एवं सपा से आए नेताओं को पार्टी से टिकट दिलाने का आरोप लगाते हुए विरोध प्रदर्शन किया।

उत्तर प्रदेश में जनसम्पर्क अभियान पर निकले राहुल बहराइच के बाद श्रावस्ती, महराजगंज और कुशीनगर जिलों में भी जनसभाओं को सम्बोधित करेंगे। 

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