Home देश ‘विक्षिप्त’ पुलिस अधिकारी के आरोपों की जांच करवाएगी माया सरकार

‘विक्षिप्त’ पुलिस अधिकारी के आरोपों की जांच करवाएगी माया सरकार

लखनऊ ।। मुख्यमंत्री मायावती की सरकार पर एक दिन पहले भ्रष्टाचार के आरोप लगाने वाले वरिष्ठ पुलिस अधिकारी डी. डी. मिश्रा को मानसिक रूप से अस्थिर बताने के बाद सरकार ने शनिवार को आरोपों की उच्च स्तरीय जांच का आदेश दे दिया।

अग्निशमन विभाग के उप महानिरीक्षक (डीआईजी) मिश्रा ने शुक्रवार को मायावती सरकार को अब तक की सबसे भष्ट सरकार करार दिया था। उन्हें बाद में जबरदस्ती पुलिस अधिकारियों द्वारा अस्पताल ले जाया गया। मिश्रा ने मायावती सरकार को भारतीय प्रशासनिक सेवा के वरिष्ठ अधिकारी हरमिंदर सिंह की मौत का जिम्मेदार ठहराया। आधिकारिक तौर पर सिंह ने 2010 में गोली मार कर आत्महत्या कर ली थी।

एक टीवी चैनल पर मिश्रा के साक्षात्कार के प्रसारण के बाद प्रशासन ने उन्हें जबरदस्ती चिकित्सा विश्वविद्यालय में भर्ती कराया। राज्य के प्रमुख गृह सचिव फतेह बहादुर सिंह शनिवार को जल्दी में बुलाए गए संवाददाता सम्मेलन में कहा, “मिश्रा मानसिक बीमारी से पीड़ित हैं। मिश्रा के परिजनों ने भी कहा कि पिछले कुछ दिनों से वह असमान्य व्यवहार कर रहे थे।”

उन्होंने कहा कि मिश्रा द्वारा लगाए गए आरोपों को हल्के में नहीं लिया जा रहा है और मामले की उच्च स्तरीय जांच के आदेश दे दिए गए हैं।

यह पूछने पर कि मंत्रियों और पुलिस व प्रशासनिक अधिकारियों के खिलाफ लगाए गए आरोपों की जांच होगी की नहीं, तो सिंह ने कहा, “यद्यपि मिश्रा ने भी मीडिया के सामने जा कर सेवा नियमों का उल्लंघन किया है। हमने उनके द्वारा लगाए गए सभी आरोपों की जांच का निर्णय लिया है।”

मिश्रा ने सिंह के खिलाफ आरोप लगाए थे। पत्रकारों से पूछने पर सिंह ने कहा कि दोषी पाए जाने पर वह भी दंडित होंगे।

मिश्रा के सहयोगी उन्हें सच्चा एवं ईमानदार अधिकारी के तौर पर याद करते हैं। एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने नाम न जाहिर करने की शर्त पर बताया, “मिश्रा मेरे साथ काम कर चुके हैं। मैंने कुछ भी असमान्य नहीं देखा। उन्होंने नियम कानूनों से कभी भी समझौता नहीं किया।”

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