सत्तारूढ़ बहुजन समाज पार्टी (बसपा) सरकार को राज्य की जनता के प्रति संवेदनहीन करार देते हुए उन्होंने आरोप लगाया कि राज्य सरकार भ्रष्टाचार में डूबी हुई है।
इलाहाबाद के झूसी में सोमवार को कांग्रेस की रैली को सम्बोधित करते हुए राहुल ने कहा, “देश आगे जा रहा है, जबकि उत्तर प्रदेश पीछे जा रहा है। राज्य में चारों तरफ भ्रष्टाचार है। यहां महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी योजना (मनरेगा) का लोगों को फायदा नहीं मिल रहा है। मनरेगा का पैसा बसपा नेताओं और कार्यकर्ताओं की जेब में जा रहा है।”
उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार राज्य में लोगों के विकास और उनकी प्रगति के लिए हजारों करोड़ रुपये भेजती है, लेकिन राज्य सरकार उस पैसे को जनता की भलाई में नहीं लगाती।
कांग्रेस नेता ने कहा, “बुंदेलखण्ड की हालत देखकर मैंने इसके लिए प्रधानमंत्री से 6,000 करोड़ रुपये का पैकेज दिलाया। लेकिन इसमें भी बंदरबांट हुई। मैं वहां जाता हूं तो लोग मुझ्झ्झसे पूछते हैं कि कब तक हम लोग रोटी के लिए पलायन करते रहेंगे? बुंदेलखण्ड में विकास कब आएगा?”
राहुल ने कहा, “प्रदेश में भ्रष्टाचार की स्थिति का अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि यहां केंद्र सरकार का एक कार्यक्रम लागू है- जननी सुरक्षा योजना। इसके तहत हर प्रसूता को 1400 रुपये देने का प्रावधान है। उत्तर प्रदेश में इसके क्रियान्वयन को लेकर जब हमने सूचना का अधिकार (आरटीआई) के तहत जानकारी मांगी तो पता चला कि यहां एक महिला ‘हर सप्ताह बच्चे को जन्म देती है’। क्या ऐसा सम्भव है?”
उन्होंने कहा, “बांदा में मैं एक पुल देखने गया था। उसके अगले ही दिन वह पुल गिर गया। जाहिर है कि पुल का पैसा मंत्रियों की जेब में गया। ऐसे में उत्तर प्रदेश कभी आगे नहीं बढ़ सकता।”
राहुल ने कहा कि जब तक प्रदेश की जनता विकास और बदलाव की बात नहीं करेगी और विकास तथा प्रगति लाने वाली सरकार नहीं चुनेगी, तब तक प्रदेश पिछड़ा रहेगा।
उन्होंने कहा कि जिस दिन उत्तर प्रदेश के युवा जागरूक हो जाएंगे और प्रगति की बात करेंगे, उस दिन से प्रदेश विकास के मार्ग पर अग्रसर होने लगेगा और पांच साल के भीतर सभी प्रदेशों को विकास की दौड़ में पीछे छोड़ देगा।
युवाओं से सवाल करते हुए उन्होंने कहा, “आखिर कब तक आप महाराष्ट्र में जाकर भीख मांगेंगे? कब तक पंजाब में जाकर मजदूरी करेंगे? कब जागेंगे आप?”
राहुल ने कहा, “पिछले कुछ सालों में अलग-अलग सरकारों ने उत्तर प्रदेश में भ्रष्टाचार फैलाकर जनता के पैसे लूटे हैं। मुझे यह सब देखकर दुख होता है और गुस्सा भी आता है।”
उन्होंने कहा कि गरीबों को भोजन मिले, इसके लिए केंद्र सरकार भोजन का अधिकार कानून ला रही है, लेकिन आपका भोजन कौन करेगा..आप या बसपा कार्यकर्ता, यह एक बड़ा सवाल है।
समाजवादी पार्टी (सपा) के अध्यक्ष मुलायम सिंह यादव और बहुजन समाज पार्टी (बसपा) की अध्यक्ष मायावती को सत्ता का लालची बताते हुए कांग्रेस महासचिव ने कहा कि नेता का काम जनता के बीच जाना और उन्हें प्रगति में शामिल करना होता है। जब तक नेता गरीबों के घर खाना नहीं खाएंगे। उसके कुएं का गंदा पानी नहीं पीएंगे, तब तक उन्हें गरीब जनता की परेशानियों का अंदाजा नहीं होगा।
लोकपाल पर राहुल ने कहा कि भ्रष्टाचार से निपटने के लिए चुनाव आयोग की तर्ज पर केंद्र सरकार लोकपाल का गठन करेगी, जो एक संवैधानिक संस्था होगी।
इससे पहले राहुल गांधी को महंगाई और भ्रष्टाचार के मुद्दे पर भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) और अन्ना के अनुयायियों के विरोध का सामना भी करना पड़ा।
राहुल का हेलीकॉप्टर जैसे ही रैली स्थल पर उतरा, सपा के कार्यकर्ता बताए जा रहे कुछ युवक काले झंडे दिखाते हुए उनकी तरफ बढ़ने लगे। काले झंडे दिखाने वालों की सुरक्षाकर्मियों और कांग्रेस नेताओं ने पिटाई भी की।
इससे पहले सपा कार्यकर्ताओं ने प्रयाग रेलवे स्टेशन पर राहुल का विरोध करते हुए उनका पुतला फूंका और रेल यातायात बाधित किया। इस दौरान पुलिस ने करीब 20 सपा कार्यकर्ताओं को हिरासत में ले लिया।