Home देश सोनिया, मनमोहन देश से माफी मांगे : गडकरी

सोनिया, मनमोहन देश से माफी मांगे : गडकरी

भोपाल ।। भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के राष्ट्रीय अध्यक्ष नितिन गडकरी ने कहा है कि ‘वोट के लिए नोट’ मामले में पार्टी के तत्कालीन तीनों सांसदों को दिल्ली उच्च न्यायालय द्वारा जमानत दिए जाने के बाद कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह को निर्दोषों को जेल भेजने के लिए रची गई साजिश के लिए देश से माफी मांगनी चाहिए।

भोपाल प्रवास पर आए गडकरी ने शुक्रवार को संवाददाता सम्मेलन में कहा कि लोकसभा में सांसदों की खरीद-फरोख्त को उजागर करने वाले तत्कालीन सांसदों के खिलाफ प्रकरण दर्ज कर जेल भेजने की घटना लोकतंत्र के लिए न केवल घातक है, बल्कि इसे भुलाया नहीं जा सकेगा। यह ऐसा प्रकरण था जिसमें भ्रष्टाचार को उजागर करने वाले जेल गए और भ्रष्टाचार करने वाले लाभ पा रहे हैं।

गडकरी ने कहा कि दिल्ली उच्च न्यायालय के जमानती आदेश से यह साबित हो गया है कि तत्कालीन सांसदों व पत्रकार सुधींद्र कुलकर्णी को जेल भेजने के लिए राजनीतिक साजिश रची गई थी। गडकरी का मानना है कि यह संभव नहीं है कि साजिश बगैर किसी के इशारे के रची गई होगी। इस साजिश में कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह भी शामिल थे, लिहाजा उच्च न्यायालय के जमानत आदेश के बाद उन्हें बड़ा दिल दिखाते हुए इस गलती के लिए देश से माफी मांगनी चाहिए। 

एक सवाल के जवाब में गडकरी ने कहा कि ‘वोट के लिए नोट’ मामले को लेकर भाजपा गम्भीर है और इसे लेकर वह जनता की अदालत में जाएगी। सड़क से संसद तक भाजपा इस मामले को उठाएगी। यह लड़ाई लोकतंत्र को बचाने की है। भाजपा 19 नवंबर को दिल्ली में इस मामले को उजागर करने वाले तत्कालीन सांसदों, कुलकर्णी व न्यायालय में पैरवी करने वाले अधिवक्ताओं का दिल्ली में सम्मान करेगी।

चुनाव न लड़ने के अपने ऊपर लगे आरोपों को देखते हुए गडकरी ने आगामी लोकसभा चुनाव लड़ने का फैसला लिया है। पार्टी उनसे जहां से चुनाव लड़ने का आदेश देगी, उसका पालन करेंगे। हाल ही में मध्य प्रदेश के इंदौर से चुनाव लडने की चर्चाओं को उन्होंने खारिज कर दिया ।

उत्तर प्रदेश की मुख्यमंत्री मायावती द्वारा चार नए राज्यों के गठन के ऐलान को चुनावी शिगूफा बताते हुए गडकरी ने कहा कि आगामी चुनाव में मायावती को पराजय साफ नजर आ रही है लिहाजा मरता क्या न करते उसी तर्ज पर उन्होंने चार राज्य बनाने की घोषणा की है। उन्होंने कहा कि भाजपा छोटे राज्यों के गठन की समर्थक है लेकिन इसकी प्रक्रिया है।

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