नागपुर ।। महाराष्ट्र के विदर्भ क्षेत्र में गुरुवार को पांच कपास उत्पादक किसानों ने आत्महत्या कर ली। इसके साथ ही 2011 में अब तक सिर्फ विदर्भ क्षेत्र में 506 किसान अपनी जान दे चुके हैं।
मृत किसानों की पहचान मोहन राउत, गाजीपुर [यवतमाल], राजू तेमभारे, सकूर[यवतमाल], श्रवन, भिंडी[वर्धा], विजय गोमसे, अकोली [वर्धा], और लक्ष्मण पथोडे, डोंगारगांव [चंद्रपुर]के रूप में की गई है।
किसानों के अधिकार के लिए काम कर रहे संगठन विदर्भ जन आंदोलन समिति [वीजेएसएस] के किशोर तिवारी ने कहा, “वे कपास का न्यूनतम समर्थन मूल्य 3300 रुपये प्रति क्विंटल से बढ़ाकर 6000 रुपये प्रति क्विंटल करने की मांग कर रहे थे।”
सिर्फ अगस्त माह में 51 किसान आत्महत्या कर चुके हैं। साथ ही किसानों की मांग है कि कपास निर्यात पर लगा प्रतिबंध हटाया जाए।
तिवारी ने कहा, “हम कपास के न्यूनतम समर्थन मूल्य में बढ़ोतरी करने एवं खाद्य सुरक्षा, स्वास्थ्य सुविधाएं और नये फसल ऋण देने की मांग करते हैं।” यह संस्था 1997 से विदर्भ क्षेत्र में आत्महत्याओं के आंकड़े रख रही है।