श्रीनगर ।। जम्मू एवं कश्मीर के मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने घाटी के बलात्कार पीड़ितों के नाम और उनके पते जाहिर होने की घटना पर शुक्रवार को विधानसभा में बिनाशर्त माफी मांगी।
उमर ने कहा, “चूंकि मैं राज्य का मुख्यमंत्री और गृह मंत्री हूं, लिहाजा बलात्कार पीड़ितों के नामों का खुलासा होने को लेकर मैं बहुत शर्मिदा हूं और अपराध बोध महसूस कर रहा हूं।”
उमर ने कहा, “मैं बलात्कार पीड़ितों से और उनके परिजनों से बिनाशर्त माफी मांगता हूं और मैं इस बात का पूरा ख्याल रखूंगा कि इस तरह की घटना दोबारा न दोहराई जाए।”
उमर ने सदन को भरोसा दिलाया कि वह इस मामले की गहन जांच कराएंगे कि यह सूची क्यों जारी की गई और उसके बाद सदस्यों को उसकी जानकारी देंगे।
मुख्यमंत्री, विपक्षी पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी (पीडीपी) की नेता महबूबा मुफ्ती द्वारा खड़ा किए गए एक व्यवस्था के प्रश्न का जवाब दे रहे थे। महबूबा ने जानना चाहा था कि यह सूची क्यों जाहिर की गई, जबकि सर्वोच्च न्यायालय ने निर्देश दिए हैं कि बलात्कार पीड़ितों की पहचान जाहिर नहीं की जा सकती।
ज्ञात हो कि राज्य सरकार ने एक विधायक द्वारा पूछे गए एक प्रश्न के लिखित जवाब में राज्य में 2005 से लेकर अबतक के बलात्कार पीड़ितों के नामों और उनके पतों की सूची प्रस्तुत कर दी थी।