भोपाल ।। मध्य प्रदेश में टीकाकरण के तीसरे चरण के दौरान उज्जैन सम्भाग के छह जिलों में 12 दिसम्बर से खसरे के टीकाकरण का विशेष अभियान चलाया जाएगा। यह अभियान तीन सप्ताह का होगा।
बच्चों के लिए काम करने वाली संस्था यूनीसेफ के डॉक्टर गगन गुप्ता ने उज्जैन में आयोजित कार्यशाला में बताया कि इस अभियान के तहत नौ माह से 10 साल तक के 90 फीसदी से ज्यादा बच्चों के टीकाकरण का लक्ष्य रखा गया है। पूर्व के दोनों चरणों में क्रमश: 87़13 फीसदी एवं 88़.89 फीसदी तक टीकाकरण में सफलता मिली थी। इस बार पहले से अधिक तैयारी के साथ अभियान चलाया जाएगा।
मालूम हो कि देश में प्रतिवर्ष एक लाख से ज्यादा बच्चों की मौत खसरे से होती है। छोटे बच्चों को इससे ज्यादा खतरा होता है। मध्य प्रदेश में अभी 62 फीसदी बच्चों को ही खसरे का टीका दिया जा सका है।
यह विशेष अभियान यूनीसेफ एवं विश्व स्वास्थ्य संगठन द्वारा चलाया जा रहा है। स्वास्थ्य विभाग द्वारा चलाए जा रहे इस अभियान में स्कूली शिक्षा विभाग, महिला एवं बाल विकास विभाग एवं पंचायत विभाग का भी सहयोग लिया जा रहा है। अभियान के पहले सप्ताह में स्कूलों में पांच साल से 10 साल तक के बच्चों का टीकाकरण किया जाएगा। अगले दो सप्ताह में किसी सामुदायिक भवन एवं आंगनवाड़ी में टीकाकरण का आयोजन किया जाएगा। इसमें निजी स्वास्थ्य केंद्रों एवं निजी विद्यालयों का भी सहयोग लिया जाएगा।
इस कार्यशाला में यूनीसेफ मध्यप्रदेश के अनिल गुलाटी, विश्व स्वास्थ्य संगठन के पश्चिमी क्षेत्र के टीम लीडर डॉक्टर आर. बी. बानपेल, राज्य नियमित टीकाकरण के संयोजक डॉक्टर अश्विन भागवत, स्वास्थ्य विभाग की संयुक्त संचालक डॉक्टर पुष्पा गुप्ता, उप संचालक टीकाकरण डॉक्टर संतोष शुक्ला एवं इंडियन मेडिकल एसोसिएशन के डॉक्टर पी. एन. तेजानकर ने अभियान की जानकारी दी।